नेल्सन की प्रमेय
ईश्वर के अस्तित्व का वैज्ञानिक प्रूफ 

विज्ञान हमें बताता है कि ब्रह्मांड की शुरुआत बिग बैंग से हुई थी जिसमें एक अनजान शक्ति के कारण, एक बिंदु पर ब्रह्मांड प्रकाश की गति से फैल गया था।
वैज्ञानिक इस शक्ति को डार्क एनर्जी कहते हैं, क्योंकि वे नहीं जानते कि यह क्या है, लेकिन यह शक्ति आज भी प्रकाश की गति से ब्रह्मांड का विस्तार कर रही है।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि जैसे आप प्रकाश की गति की ओर बढ़ने लगते हैं, समय धीमा हो जाता है, और जब आप प्रकाश की गति पर पहुँच जाते हैं, तो समय रुक जाता है।
तो, इसी अनदेखी शक्ति ने एक ऐसी जगह जहाँ समय है ही नहीं - वहां से ब्रह्मांड का निर्माण हुआ है। यही मूल रूप से ईश्वर की परिभाषा है। यह एक रचनात्मक शक्ति है, हाँ, लेकिन आप यह कैसे साबित कर सकते हैं कि इसमें चेतना है?
चूँकि इस शक्ति ने सारे ब्रह्मांड और सारी चेतना का निर्माण किया है; इसके भीतर चेतना होनी ही चाहिए। इस ही कारन, मेरा मानना है कि डार्क एनर्जी ही सार्वभौमिक चेतना है जो पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त है। अधिकतर लोग इसी रचनात्मक शक्ति को ईश्वर कहते हैं।